2011 से दुनिया में अब तक हुए बड़े रेल हादसे
– फोटो : अमर उजाला
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ताइवान में हुए रेल हादसे को देश के इतिहास की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना बताया जा रहा है, लेकिन साल 2011 से अब तक पूरी दुनिया में 14 बड़े रेल हादसे हो चुके हैं। गौर करने वाली बात यह है कि इन हादसों में तीन दुर्घटनाएं भारत में भी हुईं और एक घटना से तो हर कोई दहल गया था। इस रिपोर्ट में हम आपको दुनिया की उन सभी 14 बड़ी रेल दुर्घटनाओं से रूबरू कराएंगे।
पूर्वी ताइवान में 2 अप्रैल 2021 को बड़ा रेल हादसा हुआ। इस दौरान पहाड़ी से गिरे वाहन से एक ट्रेन टकरा गई और पटरी से उतर गई। इस दर्दनाक हादसे में 48 लोगों ने जान गंवा दी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। ताइवान की सरकार ने इसे देश का सबसे घातक रेल हादसा करार दिया। अधिकारियों का कहना था कि हादसे के दौरान ट्रेन का कुछ हिस्सा सुरंग में ही फंस गया, जिससे मौतों की संख्या बढ़ गई।
पाकिस्तान के इतिहास में 31 अक्टूबर 2019 का दिन काली तारीख के रूप में दर्ज है। इस दिन पंजाब प्रांत के रहीम यार खान के पास कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस में धमाका हुआ। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए गैस कनस्तर धमाका हुआ, जिसके बाद तीन बोगियों में भयंकर आग लग गई। इस हादसे में 74 लोगों ने जान गंवा दी थी, जबकि 30 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
19 अक्टूबर 2018 के दिन भारत में धूमधाम से दशहरा मनाया जा रहा था, लेकिन अमृतसर में करीब 60 लोगों के लिए वह आखिरी शाम साबित हो गई। दरअसल, अमृतसर के चौड़ा बाजार के पास लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। उस दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार में आई और करीब 60 लोगों को चपेट में लेते हुए महज 10-15 सेकेंड में गुजर गई।
मिस्र के तटीय शहर अलेक्जांड्रिया के पास 11 अगस्त 2017 के दिन दो ट्रेनें आपस में टकरा गईं। इस हादसे में 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 180 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मिस्र के रेल प्राधिकरण ने बताया था कि यह हादसा उस वक्त हुआ, जब अलेक्जेंड्रिया से काहिरा जा रही ट्रेन पोर्ट सिटी की ओर से आ रही दूसरी ट्रेन से टकरा गई।
ईरान के सुदूर उत्तरी क्षेत्र सेमनन में 25 नवंबर 2016 को बड़ा रेल हादसा हुआ, जिसे देश की सबसे भीषण रेल दुर्घटना करार दिया गया। दरअसल, यहां दो ट्रेनें टकरा गईं और उनके कोच में आग लग गई। इस दर्दनाक हादसे में 44 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।
20 नवंबर 2016 का दिन भारतीय रेल के इतिहास का काला दिन माना जाता है। दरअसल, इस दिन कानपुर के पास पुखरायां में पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 कोच एक साथ पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में करीब 150 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। इस हादसे को भारत के साथ-साथ दुनिया का सबसे बड़ा रेल हादसा माना जाता है।
सेंट्रल अफ्रीकी देश कैमरुन के एसेका में 21 अक्टूबर 2016 के दिन एक पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर गई। यह ट्रेन कैमरुन की राजधानी योन्डे से दुआला शहर जा रही थी। इस हादसे में 79 मुसाफिरों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से ज्यादा यात्री घायल हुए थे।
कांगो के हौत-लोमामी प्रांत के काटोंगोला में 22 अप्रैल 2014 के दिन एक मालगाड़ी पलट गई। दरअसल, इस मालगाड़ी में सैकड़ों लोग अवैध तरीके से इस मालगाड़ी में बैठे हुए थे। ऐसे में जब हादसा हुआ तो 136 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस दर्दनाक दुर्घटना में 100 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए थे।
स्पेन के सैंटियागो डी कॉमपोस्टेला में 24 जुलाई 2013 को दर्दनाक हादसा हुआ। दरसअल, यहां तेज रफ्तार एक ट्रेन पलट गई और इस हादसे में 79 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जांच में सामने आया था कि हादसे के वक्त ड्राइवर फोन पर व्यस्त था। उस दौरान ट्रेन 192 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी, जबकि उसकी निर्धारित रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
कनाडा के लैक-मैगांटिक शहर में 6 जुलाई 2013 को एक तेल टैंकर ट्रेन पटरी से उतर गई और उसमें विस्फोट हो गया। इस हादसे में 47 लोगों ने जान गंवा दी। दरअसल, इस ट्रेन में 72 टैंकर कारें थीं, जिनमें कच्चा तेल भरा था। ट्रेन पलटने के बाद विस्फोट हुआ तो आग की लपटों से शहर की सड़कें जल गईं और आम नागरिक भी इसकी चपेट में आ गए।
अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आएर के रेलवे स्टेशन पर 22 फरवरी 2012 को दर्दनाक हादसा हुआ। दरसअल, तेज रफ्तार ट्रेन के ब्रेक नहीं लगे और वह स्टेशन के आखिरी छोर से जा टकराई। इस हादसे में 51 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जबकि 600 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए।
मिस्र की राजधानी काहिरा से करीब 350 किलोमीटर दूर मैंफालुट के पास स्कूली बच्चों से भरी एक बस रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई और तेज रफ्तार ट्रेन से टकरा गई। इस हादसे में 51 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। ये बच्चे चार से छह साल के थे। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त क्रॉसिंग इंचार्ज सो रहा था, जिसके चलते रेलवे फाटक बंद नहीं हुए और यह दर्दनाक हादसा हो गया।
चीन के वैंझु शहर में 23 जुलाई 2011 के दिन एक बुलेट ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। दरअसल, आसमानी बिजली गिरने से जेचियांस से फूजू जा रही बुलेट ट्रेन को मिलने वाली पावर सप्लाई बंद हो गई। उस दौरान पीछे से आ रही दूसरी बुलेट ट्रेन ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 40 लोगों की मौत हो गई थी।
उत्तर प्रदेश में एटा जिले के पास 7 जुलाई 2011 को छपरा-मथुरा एक्सप्रेस एक बस से टकरा गई। इस हादसे में 69 लोगों ने अपनी जान गंवा दी और काफी लोग बुरी तरह घायल हो गए। बताया जाता है कि यह हादसा मानवरहित क्रॉसिंग पर हुआ था। ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी और बस करीब आधे किलोमीटर तक घिसटती चली गई थी। उस वक्त बस की छत पर भी काफी लोग बैठे थे, जो टक्कर के बाद दूर जा गिरे।
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ताइवान में हुए रेल हादसे को देश के इतिहास की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना बताया जा रहा है, लेकिन साल 2011 से अब तक पूरी दुनिया में 14 बड़े रेल हादसे हो चुके हैं। गौर करने वाली बात यह है कि इन हादसों में तीन दुर्घटनाएं भारत में भी हुईं और एक घटना से तो हर कोई दहल गया था। इस रिपोर्ट में हम आपको दुनिया की उन सभी 14 बड़ी रेल दुर्घटनाओं से रूबरू कराएंगे।
2 अप्रैल 2021: ताइवान में रेल हादसा
पूर्वी ताइवान में 2 अप्रैल 2021 को बड़ा रेल हादसा हुआ। इस दौरान पहाड़ी से गिरे वाहन से एक ट्रेन टकरा गई और पटरी से उतर गई। इस दर्दनाक हादसे में 48 लोगों ने जान गंवा दी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। ताइवान की सरकार ने इसे देश का सबसे घातक रेल हादसा करार दिया। अधिकारियों का कहना था कि हादसे के दौरान ट्रेन का कुछ हिस्सा सुरंग में ही फंस गया, जिससे मौतों की संख्या बढ़ गई।
31 अक्टूबर 2019: पाकिस्तानी ट्रेन में धमाका
पाकिस्तान के इतिहास में 31 अक्टूबर 2019 का दिन काली तारीख के रूप में दर्ज है। इस दिन पंजाब प्रांत के रहीम यार खान के पास कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस में धमाका हुआ। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए गैस कनस्तर धमाका हुआ, जिसके बाद तीन बोगियों में भयंकर आग लग गई। इस हादसे में 74 लोगों ने जान गंवा दी थी, जबकि 30 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
19 अक्टूबर 2018: भारत के अमृतसर में ‘खूनी दशहरा’
19 अक्टूबर 2018 के दिन भारत में धूमधाम से दशहरा मनाया जा रहा था, लेकिन अमृतसर में करीब 60 लोगों के लिए वह आखिरी शाम साबित हो गई। दरअसल, अमृतसर के चौड़ा बाजार के पास लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। उस दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार में आई और करीब 60 लोगों को चपेट में लेते हुए महज 10-15 सेकेंड में गुजर गई।
11 अगस्त 2017: मिस्र में दर्दनाक हादसा
मिस्र के तटीय शहर अलेक्जांड्रिया के पास 11 अगस्त 2017 के दिन दो ट्रेनें आपस में टकरा गईं। इस हादसे में 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 180 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मिस्र के रेल प्राधिकरण ने बताया था कि यह हादसा उस वक्त हुआ, जब अलेक्जेंड्रिया से काहिरा जा रही ट्रेन पोर्ट सिटी की ओर से आ रही दूसरी ट्रेन से टकरा गई।
25 नवंबर 2016: ईरान में टकरा गईं दो ट्रेनें
ईरान के सुदूर उत्तरी क्षेत्र सेमनन में 25 नवंबर 2016 को बड़ा रेल हादसा हुआ, जिसे देश की सबसे भीषण रेल दुर्घटना करार दिया गया। दरअसल, यहां दो ट्रेनें टकरा गईं और उनके कोच में आग लग गई। इस दर्दनाक हादसे में 44 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।
20 नवंबर 2016: भारत की इस दुर्घटना से हर कोई दहला
20 नवंबर 2016 का दिन भारतीय रेल के इतिहास का काला दिन माना जाता है। दरअसल, इस दिन कानपुर के पास पुखरायां में पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 कोच एक साथ पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में करीब 150 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। इस हादसे को भारत के साथ-साथ दुनिया का सबसे बड़ा रेल हादसा माना जाता है।
21 अक्टूबर 2016: कैमरुन में डिरेल हुई ट्रेन
सेंट्रल अफ्रीकी देश कैमरुन के एसेका में 21 अक्टूबर 2016 के दिन एक पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर गई। यह ट्रेन कैमरुन की राजधानी योन्डे से दुआला शहर जा रही थी। इस हादसे में 79 मुसाफिरों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से ज्यादा यात्री घायल हुए थे।
22 अप्रैल 2014: मालगाड़ी पलटने से दहला कांगो
कांगो के हौत-लोमामी प्रांत के काटोंगोला में 22 अप्रैल 2014 के दिन एक मालगाड़ी पलट गई। दरअसल, इस मालगाड़ी में सैकड़ों लोग अवैध तरीके से इस मालगाड़ी में बैठे हुए थे। ऐसे में जब हादसा हुआ तो 136 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस दर्दनाक दुर्घटना में 100 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए थे।
24 जुलाई 2013: रफ्तार ने स्पेन को ‘रौंदा’
स्पेन के सैंटियागो डी कॉमपोस्टेला में 24 जुलाई 2013 को दर्दनाक हादसा हुआ। दरसअल, यहां तेज रफ्तार एक ट्रेन पलट गई और इस हादसे में 79 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जांच में सामने आया था कि हादसे के वक्त ड्राइवर फोन पर व्यस्त था। उस दौरान ट्रेन 192 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी, जबकि उसकी निर्धारित रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
6 जुलाई 2013: कनाडा में तेल टैंकर में विस्फोट
कनाडा के लैक-मैगांटिक शहर में 6 जुलाई 2013 को एक तेल टैंकर ट्रेन पटरी से उतर गई और उसमें विस्फोट हो गया। इस हादसे में 47 लोगों ने जान गंवा दी। दरअसल, इस ट्रेन में 72 टैंकर कारें थीं, जिनमें कच्चा तेल भरा था। ट्रेन पलटने के बाद विस्फोट हुआ तो आग की लपटों से शहर की सड़कें जल गईं और आम नागरिक भी इसकी चपेट में आ गए।
22 फरवरी 2012: अर्जेंटीना रेल हादसा
अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आएर के रेलवे स्टेशन पर 22 फरवरी 2012 को दर्दनाक हादसा हुआ। दरसअल, तेज रफ्तार ट्रेन के ब्रेक नहीं लगे और वह स्टेशन के आखिरी छोर से जा टकराई। इस हादसे में 51 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जबकि 600 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए।
17 नवंबर 2012: मिस्र में स्कूल बस से टकराई ट्रेन
मिस्र की राजधानी काहिरा से करीब 350 किलोमीटर दूर मैंफालुट के पास स्कूली बच्चों से भरी एक बस रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई और तेज रफ्तार ट्रेन से टकरा गई। इस हादसे में 51 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। ये बच्चे चार से छह साल के थे। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त क्रॉसिंग इंचार्ज सो रहा था, जिसके चलते रेलवे फाटक बंद नहीं हुए और यह दर्दनाक हादसा हो गया।
23 जुलाई 2011: चीन में हुआ बुलेट ट्रेन हादसा
चीन के वैंझु शहर में 23 जुलाई 2011 के दिन एक बुलेट ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। दरअसल, आसमानी बिजली गिरने से जेचियांस से फूजू जा रही बुलेट ट्रेन को मिलने वाली पावर सप्लाई बंद हो गई। उस दौरान पीछे से आ रही दूसरी बुलेट ट्रेन ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 40 लोगों की मौत हो गई थी।
7 जुलाई 2011: भारत में ट्रेन-बस की टक्कर
उत्तर प्रदेश में एटा जिले के पास 7 जुलाई 2011 को छपरा-मथुरा एक्सप्रेस एक बस से टकरा गई। इस हादसे में 69 लोगों ने अपनी जान गंवा दी और काफी लोग बुरी तरह घायल हो गए। बताया जाता है कि यह हादसा मानवरहित क्रॉसिंग पर हुआ था। ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी और बस करीब आधे किलोमीटर तक घिसटती चली गई थी। उस वक्त बस की छत पर भी काफी लोग बैठे थे, जो टक्कर के बाद दूर जा गिरे।
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