न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज
Updated Sat, 23 Mar 2019 01:01 AM IST
मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
डीजे बैंड की धुन पर शुक्रवार की शाम निकाले गए होली जुलूस को रोके जाने के बाद शुक्रवार की शाम दो समुदाय के लोगों के बीच ईंट-पत्थर चलने लगे। मारपीट, पथराव से स्थिति बेकाबू हो गई। दोनों तरफ से पत्थरबाजी में दो दर्जन से अधिक लोग चोटहिल हो गए। जानकारी मिलने के बाद एसपी गंगापार के नेतृत्व में कई थानों की फोर्स पहुंच गई। किसी तरह समझा-बुझा कर दोनों पक्षों को तितर-बितर किया गया। इस मामले में दोनों तरफ से आठ लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है।
साड़ा पहाड़पुर गांव में डीजे बैंड के साथ होली का जुुलूस शाम करीब चार बजे निकाला गया। होली गीतों पर नाचते-थिरकते हुए जुलूस में शामिल लोग कुछ दूर पहुंचे थे कि दूसरे समुदाय के लोग विरोध करने लगे। दूसरे समुदाय के दर्जन भर से अधिक युवकों ने उधर से जुलूस ले जाने से मना कर दिया। जुलूस रोकने को लेकर कहासुनी होने लगी और कुछ देर में ही इस विवाद ने बवाल का रूप धारण कर लिया। जुलूस रोके जाने की जानकारी प्रधान कपिल देव को दी गई तो वह तत्काल वहां पहुंचे। प्रधान ने बीच बचाव कर आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर वहां से हटाने की कोशिश की और डीजे बंद करा दिया, लेकिन बात यहां खत्म नहीं हुई। कहा जा रहा है कि मामला तब ज्यादा बिगड़ गया जब एक पक्ष के कुछ लोग जुलूस आगे नहीं जाने देने की बात कहकर माखौल उड़ाने लगे। इस पर दूसरे तरफ के भी लोग आक्रोशित हो गए।
कुछ देर बाद दोनों तरफ से आमने-सामने पथराव होने लगा। ईंट -पत्थर चलने से दो दर्जन से अधिक लोग चोटहिल हो गए। जानकारी मिलने पर सरायममरेज पुलिस के साथ ही यूपी 100 एवं आस पास के कई थानों की फोर्स पहुंची। गांव में तनाव देखते हुए पीएसी भी बुला ली गई। एसपी गंगापार नरेंद्र प्रताप सिंह के अलावा एडीएम वित्त, क्षेत्राधिकारी व उपजिलाधिकारी हंडिया भी मौके पर पहुंच गए। किसी तरह अफसरों ने चार घंटे की लंबी मशक्कत के बाद समझा-बुझाकर स्थिति पर काबू किया। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है।
इनसेट
बिना अनुमति निकाला गया था जुलूस, सुलह कराने की कोशिश
फूलपुर। बिना अनुमति होली जुलूस निकालने के दौरान पथराव मामले में बवाल मचाने वालों पर कार्रवाई की बजाए प्रशासन सुलह-समझौते में जुट गया। अधिकारियों ने दोनों पक्षों के मानिंद लोगों के साथ पहाड़पुर स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में आपसी बातचीत के जरिए सुलह कराने का प्रयास किया। इसी वजह से न तहरीर ली गई न कार्रवाई ही की गई। पता चला है कि आचार संहिता लागू होने के बाद बिना अनुमति के ही जुलूस निकाला जा रहा था। एडीएम वित्त का कहना है कि बगैर किसी परमिशन के डीजे बजाना व जुलूस निकालना प्रतिबंधित है। ऐसे में जूलूस कैसे निकाला गया, इसकी जांच की जा रही है।
Leave a Reply