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3 घंटे पहले
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यूरोप की सबसे उम्रदराज महिला सिस्टर आंद्रे ने 116 साल की उम्र में कोरोना को मात दी है। कोविड-19 को मात देने वाली वे दूसरी सबसे उम्रदराज महिला हैं। 1904 में जन्मीं आंद्रे पिछले माह टूलॉन स्थित केयर होम में संक्रमित हुई थीं। लेकिन उन्हें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। आंद्रे ने बताया कि मुझे कभी नहीं लगा कि मैं कोरोना पॉजिटिव हूं। आंद्रे देख नहीं सकतीं। वे व्हीलचेयर के सहारे अपने काम करती हैं। उनका कहना है कि उन्हें कोरोना वायरस से डर नहीं लगता क्योंकि वे मरने से भी नहीं डरती हैं।

आंद्रे का जन्म 11 फरवरी 1904 को हुआ था। 1944 में उन्होंने कैथोलिक चैरिटेबल ऑर्डर जॉइन किया था। आंद्रे के केयर होम में कम्युनिकेशन मैनेजर डेविट टावेला ने बताया कोरोना पॉजिटिव हो जाने के बाद भी उन्होंने अपनी हेल्थ पर कम और डेली रूटीन पर ज्यादा ध्यान दिया। उन्होंने कभी मुझसे अपने स्वास्थ्य संबंधी कोई बात नहीं की। लेकिन वे अपनी आदतों के बारे में जरूर बात करती हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि उन्हें खाने या सोने के टाइम में क्या बदलाव करना चाहिए? उनके चेहरे पर इस बीमारी का डर दिखाई नहीं दिया। आंद्रे बहुत शांत स्वभाव की हैं और आज अपना जन्मदिन मना रही हैं।
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