पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
सार
- लॉकडाउन में बीसीसीआई के पूर्व ट्रेनर से कराया पैर की अंगुली के दर्द का इलाज
- शरत के चौथे ओलंपिक की राह खोलेगी राष्ट्रीय चैंपियनशिप
विस्तार
भारतीय टेबल टेनिस टोक्यो ओलंपिक के लिए भले क्वालिफाई नहीं कर पाई हो, लेकिन देश के सबसे अनुभवी पैडलर अचंत शरत कमल 38 साल की उम्र में अपना चौथा ओलंपिक खेलने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने जा रहे हैं। यही कारण है कि कोरोना के दौर में एक साल से कोई टूर्नामेंट नहीं खेलने के बावजूद उन्होंने वह किया जो पिछले 15 सालों में नहीं कर पाए।
शरत ने खुलासा किया कि वह 15 सालों से पैर की अंगुली के दर्द से जूझ रहे हैं। इस दर्द के साथ ही उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के चार स्वर्ण और एशियाई खेलों में दो कांस्य जीते, लेकिन लॉकडाउन में उन्होंने अपने को मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए न सिर्फ योग का सहारा लिया बल्कि पैर की अंगुली के दर्द से निजात पाने के लिए बीसीसीआई के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवास की सेवाएं लेकर अपनी फिजिकल बायोमेकेनिक्स करा डाली। शरत के मुताबिक उन्हें राहत मिली है और इसका असर अगले माह दोहा में होने जा रही विश्व और एशियाई क्वालिफाइंग में देखने को मिलेगा।
Leave a Reply