• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • About
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact

Daily Hindi News

Sabse Pahle Hindi News

  • Home
  • Business
  • Career
  • Entertainment
  • Health/Life style
  • Sports
  • Tech
  • Auto
  • International
  • Other
    • Women
    • Mobile
    • Gadgets
    • Mobile Apps
    • Sarkari Naukri
    • Car Reviews
You are here: Home / Entertainment / Shekhar Suman said on news of death of son’s adhyayan- I am still trembling only by thinking about that | बेटे अध्ययन की मौत की खबर पर बोले शेखर सुमन- वो बात सिर्फ सोचकर ही मैं अभी भी सिहर रहा हूं

Shekhar Suman said on news of death of son’s adhyayan- I am still trembling only by thinking about that | बेटे अध्ययन की मौत की खबर पर बोले शेखर सुमन- वो बात सिर्फ सोचकर ही मैं अभी भी सिहर रहा हूं

February 22, 2021Leave a Comment

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

एक मिनट पहलेलेखक: उमेश कुमार उपाध्याय

  • कॉपी लिंक

बेटे अध्ययन सुमन की आत्महत्या की झूठी खबर पर शेखर सुमन कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं। वे वकील से मिलकर चर्चा करके लीगल एक्शन लेंगे। इस खबर को लेकर शेखर एक तरफ दुखी हैं तो दूसरी तरफ गुस्से में भी है। दैनिक भास्कर से बात करते हुए उन्होंने दिल की बात रखी।

किसी के जान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते जर्नलिज्म इस हद तक नीचे गिर गया है कि लोग टीआरपी के लिए किसी की जान की परवाह तक नहीं करते। यह भी नहीं सोचते कि ऐसी खबर का उनके मां-बाप और परिवार पर किस तरह असर हो सकता है। इस तरह की शॉकिंग न्यूज से किसी की जान भी जा सकती है। उसकी भी परवाह नहीं करते। बेबुनियाद बात को आगे बढ़ा देते हैं। अगर ऐसा कुछ सुना था तो तब सबसे पहले घरवालों को फोन करना चाहिए कि इसमें सच्चाई है या नहीं। आज के जमाने में ऐसी खबरें और अफवाहें उड़ती रहती हैं। आप किसी के जान के साथ इस तरह से खिलवाड़ नहीं कर सकते। यह छोटी-मोटी बात नहीं है कि फिल्म साइन कर ली या फिल्म से निकल गए, यह गर्लफ्रेंड वाली बात नहीं है। यहां तो आपने किसी को मार ही दिया। जिस तरह का विषाक्त माहौल हो गया है। जिस तरह की रोज खबरें आ रही हैं। सुशांत सिंह राजपूत के साथ हुआ, यह किसी के साथ हो सकता है। कौन सा बच्चा किस प्रेशर में है, यह किसी को नहीं मालूम।

आपने नेस्तनाबूत कर दिया, अब कह रहे बिल्डअप कर देंगे
इस बात को अनसुना नहीं कर सकते। जिस समय मुझे यह खबर मिली, उस समय अध्ययन दिल्ली में था। उनका फोन स्विच ऑफ था। आप समझ सकते हैं कि जब तक उससे बात नहीं हो गई, तब तक क्या से क्या हो गया। लोगों के फोन आने लगे, कोहराम मच गया। जबकि जी न्यूज एक जिम्मेदार न्यूज चैनल है। अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि अभी फेक न्यूज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे किसी की जिंदगी पर असर पड़ सकता है। फिर मैंने सबको ट्वीट किया और पीएमओ को भी टैग किया। अभी मैं एनबीए को एक ओपन लेटर भी लिखने वाला हूं। देखिए, मानहानि का दावा चलता रहेगा, लीगल प्रोसीजर भी चलते रहेंगे, लेकिन आपने जो नुकसान कर दिया, उससे और भी बड़ा नुकसान हो जाता। मान लीजिए कोई दुर्घटना हो जाती या किसी की तबीयत खराब हो जाती, तब उसका खामियाजा कौन भुगतता। आपके खाली सॉरी कह देने से नहीं चलता। कहीं न कहीं, एक जिम्मेदारी के साथ पत्रकारिता करते, इस तरह से शर्मनाक हरकत नहीं करते।

मैं तो यही कहना चाहूंगा कि इससे मीडिया हाउसेस एक सीख लें। एक खबर को बेचने के लिए आप किसी भी हद तक जा सकते हैं। उसके बाद एक माफीनामे से नहीं चलता। अब कह रहे हैं कि हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं, हमसे गलती हो गई। आप दुनिया भर का झांसा दे रहे हैं कि हम अध्ययन को बिल्डअप कर देंगे। अरे! बिल्डअप नहीं चाहिए। आपने उन्हें नेस्तनाबूत कर दिया तो अब हमें बिल्डअप नहीं चाहिए। वह अपना बिल्डअप खुद कर लेगा। आज आश्रम वेब सीरीज के बाद वह लड़का अपने पैरों पर खड़ा हुआ है कि उसने कुछ 10 वेबसीरीज साइन की है और तीन-चार फिल्में साइन की है।

उन पर मानहानि का दावा किया जाएगा
अध्ययन को भी शॉक लगा। वह सोशल मीडिया पर इतना एक्टिव है, वहां पर भी जाकर चेक कर लेते। यह बहुत निंदनीय, शर्मनाक और दर्दनाक भी है। उन्होंने मानसिक तौर पर जो नुकसान किया है, उसका हर्जाना उन्हें देना पड़ेगा। जवाबदेही तो बनती है। कम से कम एनबीए में जाकर जवाब दें कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। इस तरह से करके पतली गली से निकल जाना, बिल्कुल चलेगा नहीं। किसी ने सुना और उसे अनदेखा कर दिया, ऐसा नहीं होगा। उनको सजा मिलनी चाहिए। उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। अब वकील तय करेंगे। उनको नोटिस दिया जाएगा कि ऐसा क्यों किया। इसका जवाब दें। उन पर मानहानि का दावा किया जाएगा। अब वकील जो सलाह देंगे, वह करेंगे। लेकिन एक एक्शन लेना तो जरूरी है। अगर छोड़ दिया, तब कितने लोगों की जिंदगियां तबाह कर देंगे। हमने एक पुत्र खो दिया है, उसका दुख आज भी है। मैं इसकी भर्तसना करता हूं। आगे यह न हो, इस तरह की जर्नलिज्म समाज को खोखला कर देगी। यह बीमारी बढ़ती जा रही है, इस पर रोक लगाना जरूरी है। अगर आपने सुना ही था, तब मुझे एक फोन कर लेते। मैसेज डाल देते। मैं आपको बता देता। खंडन कर देता।

बेटे की जब आवाज सुनी, तब सांस में सांस आई
अध्ययन का फोन लगने के बाद ऐसा लगा कि मरते हुए को ऑक्सीजन मिल गया। हमने राहत की सांस ली। आज परिवार का कोई भी सदस्य ट्रेन, प्लेन पकड़कर बाहर जाता है, जब तक वह गंतव्य तक नहीं पहुंच जाता, तब तक दिल में धुकधुकी लगी रहती है। आज का माहौल सही नहीं रहा। उस उस दौरान मेरे नाते-रिश्तेदारों के फोन मैसेज आना शुरू हो गया। क्या होता है कि ऐसी खबरें एक कान से दूसरे कान पहुंचकर और विषाक्त हो जाती है। वह और ही रूप ले लेती हैं। आप समझ सकते हैं कि हम किस घबराहट के दौर से गुजरे। बेटे की जब आवाज सुनी, तब सांस में सांस आई। उसको भी कहीं और से खबर मिली थी। वह भी सुनकर घबरा गया। उसे लगा कि मेरे करियर को खराब करने के लिए कहीं कोई षड्यंत्र तो नहीं है। दोबारा अपने पैरों पर खड़ा हो रहा हैं, इसकी क्या वजह हो सकती है। कौन ऐसा कर रहा है। ऐसे कैसे छाप सकते हो। उस दौरान जिस दौर से गुजरे, ऐसा लगा कि एक-डेढ़ घंटे में हमारी सौ मौतें हो गई। आज के जमाने में फोन न लगे, तब समझ सकते हैं कि परेशानी और कितनी बढ़ जाती है। फिर तो अनाप-शनाप सोचने लगते हैं।

इस दौरान अमेरिका से बहनों और पटना से नाते-रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हो गए। लोग कहने-लिखने लगे कि यह क्या हम सुन रहे हैं। हमने सबसे यही कहा कि धीरज रखो, हम सच्चाई पता करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा होना नहीं चाहिए, ऐसा नहीं हो सकता वगैरह-वगैरह करके लोगों को समझाया। सच्चाई पता लगने पर सभी बहुत नाराज थे। उनका कहना था कि इन लोगों को छोड़ना नहीं। इनको सबक सिखाओ। हम इतना घबरा गए थे। फिर आप कितना परेशान हुए होंगे, यह हम समझ सकते हैं कि आपके साथ क्या हुआ होगा। बैठे-बिठाए बहुत बड़ी परेशानी में डाल दिया।

मुझे मारो मत, मैं जिंदा हूं
अध्ययन का भी कहना था कि टीआरपी के लिए खबर को सनसनीखेज बनाना गलत है। ईश्वर की दया से मैं अपने पैरों पर खड़ा हो रहा हूं। मैंने अपनी जमीन पाई है, तब मेरी जमीन तो मत खींचो। मुझे मारो मत, मैं जिंदा हूं। इस तरह की शर्मनाक हरकत कैसे कर सकते हो। वे दुखी भी थे और गुस्सा भी थे। चलिए, ठीक है, ऐसी खबर से उबर कर हम बाहर आ गए हैं। भगवान न करे कि किसी के भाई-बहन और बेटे के साथ ऐसा न करे।

मां ने तो रोना-बिखलना शुरू कर दिया
अध्ययन की मां ने तो तुरंत सुनकर रोना-बिखलना शुरू कर दिया। समझिए मां का दिल कितना कमजोर होता है। जब उनका चीखना-चिल्लाना शुरू हो जाता है, तब आप उनको न तो संभाल सकते हैं और न ही कुछ बता सकते हैं। मैंने उनको बहुत समझाया, ढांढस बंधाया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। अभी उसका फोन आ जाएगा। जब फोन आया, तब जाकर उनकी भी जान में जान आई। यह बात सोचकर मैं अभी भी सिहर जा रहा हूं। ऐसा कैसे कर लिया। बेटे ने मां से बोला- मॉम! घबराने की बात नहीं है। मैं बिल्कुल ठीक हूं। इन लोगों को जाने दो। हम इन पर बाद में एक्शन लेंगे। अभी आप इत्मीनान रखिए। मैं वापस आ रहा हूं। अब जो हो गया, उस पर हमारा बस तो नहीं था। इनकी खैर-खबर लूंगा, इत्मिनान रखिए। काफी समझाने के बाद जाकर समझीं। लेकिन अभी भी दो-दो मिनट पर उस बात को उठाती हैं कि उनको किस तरह से सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने ऐसे कैसे मेरे बेटे के बारे में बोल दिया। एक मां का जो नॉर्मल रिएक्शन होता है, वही उनका भी था। ऐसी खबर सुनकर कोई भी मां दहल जाएगी। बहरहाल, अध्ययन दिल्ली से कल ही आ गए।

वकील से मिलकर विचार-विमर्श करूंगा
आज शाम को वकील से मिलूंगा। उनके साथ बैठकर विचार-विमर्श करूंगा कि क्या और कैसे करना है। एक्शन लेना तो जरूरी है। वे लोग बहुत क्षमा मांग रहे हैं। कह रहे थे कि आप ट्वीट डिलीट कर दीजिए। लीगल एक्शन मत लीजिए, हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। लेकिन हमने कहा- नहीं, हम यह नहीं सुनने वाले हैं। उनके मालिक जो हैं, वे छिपे बैठे हैं। वे ऐसे ही साधारण किसी भी प्रतिनिधि को भेज रहे हैं, जो इसी बात की दुहाई दे रहा है कि आप पहले जिस बिल्डिंग में रहते थे, हम उसी में रहते थे। हम तो परिवार के जैसे हैं। छोड़िए, भूल जाइए। ऐसी तमाम चीजें। किसी का नुकसान करके भूल जाइए, इतना आसान होता है क्या। किसी का गला काट दीजिए और भूल जाइए। गलती हो गई, माफ कर दीिजए। यह बहुत गलत बात है।

फिलहाल, हमारी तरफ से है कि हम ऐसे नहीं जाने देंगे। अगर छोटी-मोटी बात होती, तब भूल जाते। लेकिन जान के साथ खिलवाड़ किया है, तब जरूर एक्शन लेंगे। जैसा कहा कि इसका परिणाम कुछ भी हो सकता था। इसकी घोर निंदा करता हूं। अपील करता हूं कि ऐसी खबर छापने से पहले पुष्टि कर लें।

Source link

Filed Under: Entertainment Tagged With: adhyayan, death, ShekharSuman

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Subscribe to get latest updates first!

Loading

Recent Posts

  • You Can Visit These Places Of Saudi Arabia For Holiday – विदेश जाने की सोच रहे हैं तो सऊदी अरब की ये जगह हैं बिल्कुल सही, घर वालों संग ले सकते हैं घूमने के मजे
  • Chess player Koneru Humpy won the BBC India Sportswoman of the Year award for 2020 | कोनेरू ने BBC इंडिया स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर 2020 अवॉर्ड जीता; विनेश, दुती और मनु भाकर को पीछे छोड़ा
  • Janhvi Kapoor invites her assistant and his family for Roohi screening, fans says- Sridevi raised her so well | जान्हवी कपूर ने अपने असिस्टेंट की फैमिली को दिखाई फिल्म, सोशल मीडिया यूजर्स ने तारीफ में कहा- श्रीदेवी ने अच्छी परवरिश की है
  • New Edit Feature To Come For Twitter Users – ट्विटर पर जल्द आ रहा है एडिट फीचर,ट्वीट सुधारने के लिए मिलेगा 30 सेकेंड का समय
  • Coronavirus Outbreak/Vaccine Latest Update; USA Brazil Russia UK France Cases and Deaths from COVID-19 Virus | नई स्टडी में दावा- ब्राजील में फैले नए स्ट्रेन पर अमेरिकी कंपनी फाइजर और चीनी कंपनी सिनोविक की वैक्सीन असरदार

Footer

Tags

automobile automobile news automobiles auto news auto news hindi Auto News in Hindi Bazar Hindi News Bazar News in Hindi Business Diary Hindi News Business Diary News in Hindi Business Hindi News Business News in Hindi candidates cars china corona vaccine coronavirus coronavirus vaccine covid-19 employment news Gadgets Hindi News Gadgets News in Hindi government government jobs Government Jobs Hindi News Government Jobs News in Hindi health india Jobs News in Hindi Latest Auto News Updates Other Sports Hindi News Other Sports News in Hindi samsung sarkari naukri sarkari naukri 2021 Sports News in Hindi tech news tech news in hindi Technology News in Hindi Whatsapp World Hindi News World News in Hindi कोरोना वायरस व्हाट्सऐप सरकारी नौकरी

Categories

  • Auto
  • Business
  • Car Reviews
  • Career
  • Entertainment
  • Gadgets
  • Health/Life style
  • International
  • Mobile
  • Mobile Apps
  • Sarkari Naukri
  • Sports
  • Tech
  • Women

Archives

  • March 2021
  • February 2021
  • January 2021
  • December 2020
  • November 2020
  • October 2020
  • September 2020
  • August 2020
  • July 2020

Dailyhindinews.info