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मुंबई12 मिनट पहले
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सेबी के लिस्टिंग एग्रीमेंट के क्लॉज 49 के तहत हर उन लिस्टेड कंपनियों को अपने बोर्ड में कम से कम एक महिला डायरेक्टर को नियुक्त करना है जिनका पेड अप शेयर कैपिटल 100 करोड़ रुपए या 300 करोड़ रुपए या इससे ज्यादा टर्नओवर है। इसे मार्च 2020 तक पूरा करना था
- NSE में मार्च 2020 तक कुल 1,795 कंपनियां लिस्ट थीं। इसमें कुल 2,533 महिलाएं बोर्ड में हैं
- इन लिस्टेड कंपनियों में स्वतंत्र डायरेक्टर महिलाओं की संख्या 1727 है
साल 2020 बीतते-बीतते महिला पेशेवरों के लिए अच्छी खबर है। अब S&P500 की हर कंपनी बोर्ड में कम से एक महिला बैठी है। साथ ही नए डायरेक्टर्स के क्लास में आने वाली 47 पर्सेंट महिलाएं हैं। ऐसा पहली बार हुआ है। उधर भारत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों में से 77 कंपनियों में कोई भी महिला डायरेक्टर नहीं है।
28 पर्सेंट ही प्रतिनिधित्व
S&P500 के आंकड़ों के मुताबिक, इतना लीड लेने के बावजूद महिलाएं अभी भी कुल S&P 500 बोर्ड डायरेक्टर्स का 28% का ही प्रतिनिधित्व करती हैं। अधिकांश बोर्ड ने लैंगिक समानता हासिल (gender parity) की है। इसका अर्थ है कि वहां पुरुषों और महिलाओं की एक समान संख्या है और कुछ बोर्ड में पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाएं हैं। इनमें प्रोक्टर एंड गैंबल (पीजी), बेस्ट बाय (BBY), Etsy (ETSY), ओमनीकॉम (ओएमसी) और जनरल मोटर्स (जीएम) शामिल हैं।
कैलिफोर्निया में अनिवार्य कानून पास
दो साल पहले, कैलिफोर्निया ने एक अनिवार्य कानून पारित किया है कि सरकारी कंपनी को अपने बोर्ड पर महिलाओं की कम से कम एक संख्या सुनिश्चित की जाए। तब से कई अन्य राज्यों में स्थित कंपनियों ने महिला निदेशकों को अपने बोर्डों पर रिपोर्टिंग करना शुरू कर दिया है। स्पेंसर स्टुअर्ट के नार्थ अमेरिकन बोर्ड प्रैक्टिस का नेतृत्व करने वाली जूली दाउम ने कहा कि हमें लगता है कि वास्तव में बोर्डरूम में महिलाओं की संख्या बढ़ाने पर संस्थागत निवेशकों (institutional investors) का दबाव था।
आगे भी जारी रहेगा सिलसिला
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। पर हो सकता है कि इसके सकारात्मक परिणाम उतने तेजी से सामने ना आए। हालांकि, कारोबार को बढ़ावा देने के और भी तरीके हैं, जैसे निदेशकों के लिए टर्म लिमिट फिक्स करना, अनिवार्य सेवानिवृत्ति की आयु निर्धारित करना और यहां तक कि कुछ बोर्ड की सीटों में वृद्धि करना शामिल हैं।
देश में दो स्टॉक एक्सचेंज
भारत में दो स्टॉक एक्सचेंज हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)। BSE में कुल 5 हजार के करीब कंपनियां लिस्ट हैं। जबकि NSE में मार्च 2020 तक कुल 1,795 कंपनियां लिस्ट थीं। NSE के आंकड़ों के मुताबिक उसकी लिस्टेड कंपनियों में कुल 2,533 महिलाएं बोर्ड में हैं। इसमें से 77 कंपनियां ऐसी हैं जिनमें एक भी महिला बोर्ड में नहीं है।
स्वतंत्र निदेशक की संख्या 1727
इसी तरह स्वतंत्र निदेशक महिलाओं की संख्या 1727 है। सेबी के लिस्टिंग एग्रीमेंट के क्लॉज 49 के तहत हर उन लिस्टेड कंपनियों को अपने बोर्ड में कम से कम एक महिला डायरेक्टर को नियुक्त करना है जिनका पेड अप शेयर कैपिटल 100 करोड़ रुपए या 300 करोड़ रुपए या इससे ज्यादा टर्नओवर है। इसे मार्च 2020 तक पूरा करना था।
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